नई दिल्ली। देश के अधिकांश लोग 20 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन पर खुशी महसूस कर रहे हैं। एक फरवरी को पेश होने वाले केंद्रीय बजट से पहले आईएएनएस-सीवोटर सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। सर्वेक्षण में शामिल ज्यादातर लोगों को लगता है कि उनकी अपने परिवार के लिए एक औसत गुणवत्ता के साथ जीवनयापन करने के लिए प्रति वर्ष 4.3 लाख रुपये तक की कर मुक्त आय होनी चाहिए। वर्तमान में 2.5 लाख रुपये तक की वार्षिक कमाई को ही आयकर से छूट प्राप्त है।
पिछले 10 वर्षो से मांग की जा रही है कि कर की छूट चार लाख रुपये प्रति वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए।
यह सर्वेक्षण जनवरी 2020 के आखिरी दो हफ्तों के दौरान किया गया, जिसमें देशभर से कुल 4,292 लोगों से बातचीत की गई।
इस दौरान 51.5 फीसदी लोगों ने कहा कि चार लोगों के परिवार के लिए औसत जीवनयापन करने के लिए महीने में 20,000 रुपये की आय आवश्यक है। जबकि 23.6 फीसदी लोगों का मानना है कि चार लोगों का परिवार चलाने के लिए 20 से 30 हजार रुपये मासिक आय होनी चाहिए।
वहीं 2019 में 50.2 फीसदी लोगों ने 20,000 रुपये मासिक आय को औसत जीवनयापन के लिए पर्याप्त माना था। इसका मतलब है कि चार लोगों के परिवार में प्रत्येक व्यक्ति के लिए महीने में पांच हजार रुपये होने जरूरी हैं।
देश के अधिकांश लोग ₹20000 प्रति माह वेतन पर खुशी महसूस कर रहे हैं